"Gloomy sunday"-एक महान हत्यारी कविता.


gloomy sunday वह गीत है,जिसे सुनकर करीब २०० लोगों ने आत्महत्या कर ली थी.इस गीत का लेखक था-हंगरी का "लाजेलो झावोर".झावोर की प्रेमिका ने उसे धोखा दिया और रविवार के दिन जब उसकी शादी का कार्ड लाजेलो को मिला तो उसका दिल टूट गया,तब उसने इस हत्यारे,हृदयविदारक,प्रणय गीत की रचना की.

"now tears are my wine
and greef is my bread
each sunday is gloomy
which feels me with death"
अर्थात, अब आंसू ही मेरी मदिरा है/
और दुःख ही मेरी रोटी/
अब हर इतवार मेरे लिए दुखद है/
जो मुझे मृत्यु भाव से भर देता है."-

जब इस गीत को फेमस संगीतकार "रेज्जो सेरेज़"ने मार्मिक स्वरों में गाकर रिकार्ड कर बाज़ार में पहुँचाया तो उसे सुनकर आत्महत्या करने वालों का तांता लग गया,कुछ ने ज़हर खा ली तो कुछ ने खुद को गोली मार ली और कुछ मानसिक दिवालियेपन के शिकार हो पागल हो गए.यही नहीं यह पड़ोसी देशों लन्दन और अमेरिका में भी अपनी छाप छोड़ आया,वहाँ के कई कॉलेज जाने वाले और स्कूलों के बच्चे-बच्चियों ने आत्महत्या कर ली.बी.बी.सी.द्बारा प्रतिबंधित हो जाने के बाद इसके रिकार्ड बाज़ारों से गायब हो गए.आज यह केवल पुस्तकों में दर्ज है और इसके संगीतकार 'रेज्जो सेरेज़'ने ६९ वर्ष की उम्र में १९६८ में बुडापेस्ट की एक आठ मंजिली इमारत से कूदकर आत्महत्या कर ली.यह 'gloomy sunday'का अंतिम शिकार था.

(रेफर्रेंस-कादम्बिनी सितम्बर १९९३ पेज-९४-९६ )

Comments

Mithilesh dubey said…
dil ko cchu leni wali rachna.....behtrin
tune poori to nahi padhi na? kyoki tere sath bhi aajkal kuchh khas achchha nahi ho raha hai . matlab kahi tu to aatmhatya ke taraf.......
Unknown said…
i feel very bad 4 d the man and 4the lady

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