"जय हो"- रहमान,गुलज़ार साहब ,और रेसुल...
ऑस्कर अवार्ड्स का पिटारा खुल गया है और 'slumdog...'ने ८ मूर्तियाँ अपने हिस्से में डाल ली हैं.वाकई यह बहुत बड़ी खुशखबरी है कि भारतीय पृष्ठभूमि की ये कहानी दुनिया भर में पसंद की गई है.सभी चैनल वाले चीख-चीख कर बता रहे हैं कि भारतीय सिनेमा जगत में कमाल हो गया.पर क्या वाकई?दरअसल ,इस फ़िल्म के ऊपर मेरा कोई कमेन्ट नहीं है कि यह बुरी है,आप सभी की तरह मुझे भी फ़िल्म ठीक-ठाक लगी .पर क्या करूँ.१०० से ऊपर की रकम खर्चने के बाद भी मुझे मीरा नायर की "सलाम बॉम्बे"याद आती रही..बहरहाल यह एक अलग बात है. मेरी कठिनाई थोडी-सी इस बात को लेकर है कि अगर अपने डैनी भइया का नाम इस फ़िल्म के निर्देशक के रूप में नहीं जुड़ा होता तो क्या ....?और हमें खुशी किस बात को लेके होना चाहिए ..इस फ़िल्म को ८ ऑस्कर मिले हैं इस बात को लेकर या अपने रहमान,गुलज़ार साहब,रेसुल पोकुट्टी ने अपने बेमिसाल काम से वेस्टर्न हेकड़ी को अपने आगे झुका ही लिया.कम-से-कम मुझे तो यही लगता है कि,अपनी फ़िल्म है का राग जो बघार रहे हैं और खुशी के गुब्बारे सरीखे फूले जा रहे हैं उन्हें इतना तो समझ ही लेना चाहिए कि "जय हो...."-वाला अपना ऑस्कर है ...पर साथ ही ,"स्माईल पिंकी"की टीम को बधाई .रियली इस टीम ने इस वृतचित्र के माध्यम से उनलोगों के लिए एक राह खोली है जो सामाजिक मुद्दों की फिल्में (छोटी ही सही)बनाते हैं पर बड़ा मंच नहीं ले पाते और अंततः ये जिनके समस्याओं को लेकर बनाई जाती है उन्ही से दूर रह जाती है.
वैसे चाहे कुछ भी हो इस शर्मीले और सौम्य संगीतकार ने एक ऐतिहासिक पत्थर पे अपना नाम दर्ज कराकर हमारा मान बढ़ा दिया है..."जय हो".....रहमान.
वैसे चाहे कुछ भी हो इस शर्मीले और सौम्य संगीतकार ने एक ऐतिहासिक पत्थर पे अपना नाम दर्ज कराकर हमारा मान बढ़ा दिया है..."जय हो".....रहमान.
Comments
ye kis ko ach anahi lagata jab hamare desh ka name kahi garve ke sath lea jara ha ho .............
par as i think kis bat ko lekar name lea ja raha hai vo jyada mayane rakhata hai?????
me bas aap litrature valo ko ek hi bat suggest karana chahat ahu ki aap bhartiyo ki us bat ko aage lae jo koe or nahi la paya???
slumdog ....ka example aapke samane hai??? i think vo vala sammana hame jyada acha lagega ........
jisaka muje as a urban planning profession intzaar hai..........